मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यटन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि हॉस्पिटैलिटी (आतिथ्य सत्कार) के क्षेत्र में विकास के लिए प्रदेश में असीमित संभावनाएं हैं। कॅरिअर के बेहतरीन अवसरों के कारण इस क्षेत्र में युवाओं की बहुत रुचि है। इसके दृष्टिगत सरकार ने गोरखपुर में छह एकड़ में स्टेट होटल प्रबंधन संस्थान की स्थापना का निर्णय लिया है। इसके लिए भूमि का चयन किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय स्वाधीनता आंदोलन को नवीन दिशा देने वाले चौरीचौरा जनांदोलन की पुण्य भूमि के समग्र विकास के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए। शहीद हुए सेनानियों के चित्र व प्रतिमा की स्थापना की जाए। सभी 75 जिलों के ओडीओपी उत्पादों के स्थायी स्टॉल स्थापित किये जाएं। इन प्रयासों से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का सृजन होगा और नई पीढ़ी अपने गौरवशाली इतिहास से परिचित हो सकेगी।
मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के पास पर्यटन विभाग की ओर से प्रस्तावित गोरखपुर गौरव संग्रहालय के बारे में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इस संग्रहालय की स्थापना जल्द से जल्द कराई जाए। इसमें नाथ पंथ, बौद्ध धर्म, जैन संप्रदाय की विविधताओं एवं परंपराओं को दर्शाया जाए। गौरव संग्रहालय में गोरखपुर का इतिहास, आजादी की लड़ाई में गोरखपुर का योगदान, गोरखपुर के विकास में नाथ पंथ की भूमिका, गोरखनाथ मंदिर का खिचड़ी मेला, गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र के प्रमुख त्योहार और उन्हें मनाने की विशिष्ट परंपरा, गोरखपुर का समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास, प्राचीन धरोहर, क्षेत्रीय कलाकृतियां आदि की जानकारी प्रदर्शनी और डिजिटल दोनों माध्यमों से दी जाए। ऑनलाइन बैठक में गोरखपुर से कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम कृष्णा करुणेश आदि मौजूद रहे।